सूर्य ग्रह
इसे फारसी मै शमस और अग्रेजी में sun कहते हैं इसका दिन रविवार है रंग तांबे के जैसे होता है।चन्द्र गुरू मंगल इसके मित्र और शनि केतु शत्रु ग्रह है।
इस ग्रह की आयु १०० वर्ष और काल २२ वर्ष २२ दिन का है किसी भी ग्रह के साथ रहने पर इसकी आयु २२ वर्ष की रहती है।
लाल किताब के अनुसार सूर्य १०,७,६ घर में अशुभ फल देता है।११,१२,९,८,५ घरों में शुभ फल देता है।
जातक पर प्रभाव
अशुभ सूर्य जन्मकुंडली में होने पर उसका कई प्रकार का प्रभाव जातक पर पड़ता है।ऐसा जातक दुख एवम् दरिद्रता जैसा जीवन जीता है।सूर्य के अशुभ होने पर जातक का शरीर लकड़ी के समान अकड़ने लगता है। और जातक को धीरे धीरे चलने की समस्याएं होती है जातक को पशुहानि भी होती है।
उपाय
भगवान विष्णु की उपासना करे
रविवार का व्रत रखे।उस दिन तांबा एवं गेहूं का दान करे।
तामसी पदार्थो का सेवन ना करे।
ब्रह्मशचर का पालन करे। मन पवित्र करे।
कोई भी काम शुरू करने से पहले मिष्ठान खाकर पानी पिए।
मिष्ठान ना हो तो गूड खाकर पानी पिए और कार्य आरंभ करें।
रवि वार के दिन गुड एवं तांबा बहते पानी में प्रवाहित करे।
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